27 june Objective Test Answer
Subject: Science
Answer Sheet
* लेंस की क्षमता का SI मात्रक होता है
(a) डाईऑप्टर
* स्पष्टीकरण: लेंस की क्षमता (Power of a lens) उसकी फोकस दूरी के व्युत्क्रम के बराबर होती है और इसका SI मात्रक डाईऑप्टर (Dioptre) होता है। 1 डाईऑप्टर उस लेंस की क्षमता है जिसकी फोकस दूरी 1 मीटर होती है।
* किसी उत्तल लेंस का फोकसांतर 50 सेमी है, तो उसकी क्षमता होगी
(d) +2D
* स्पष्टीकरण: उत्तल लेंस का फोकसांतर (f) हमेशा धनात्मक होता है।
फोकस दूरी (f) = 50 सेमी = 0.5 मीटर
लेंस की क्षमता (P) = 1/f (मीटर में)
P = 1/0.5 = +2 डाईऑप्टर (+2D)
* जब प्रकाश की किरण हवा से कांच में प्रवेश करती हैं तो मुड़ जाती हैं
(b) अभिलम्ब के निकट
* स्पष्टीकरण: जब प्रकाश की किरण विरल माध्यम (हवा) से सघन माध्यम (कांच) में प्रवेश करती है, तो वह अभिलम्ब की ओर मुड़ जाती है। ऐसा प्रकाश के वेग में कमी के कारण होता है।
* निर्गत किरण एवं अभिलम्ब के बीच के कोण को कहते हैं
(c) निर्गत कोण
* स्पष्टीकरण: प्रकाश के अपवर्तन में, माध्यम से बाहर निकलने वाली किरण को निर्गत किरण (Emergent ray) कहते हैं। निर्गत किरण और अभिलम्ब के बीच बनने वाले कोण को निर्गत कोण कहते हैं।
* एक उत्तल लेंस की क्षमता 1 डाइऑप्टर है, तो उस लेंस की फोकस दूरी है
(c) + 100 cm
* स्पष्टीकरण: लेंस की क्षमता (P) = +1 डाईऑप्टर
फोकस दूरी (f) = 1/P = 1/1 = 1 मीटर
1 मीटर = 100 सेमी। उत्तल लेंस की फोकस दूरी धनात्मक होती है, इसलिए यह +100 सेमी होगी।
* किसी माध्यम के अपवर्तनांक का मान होता है
(a) sin i / sin r
* स्पष्टीकरण: यह स्नेल का नियम (Snell's Law) है, जो प्रकाश के अपवर्तन से संबंधित है। इसमें 'i' आपतन कोण और 'r' अपवर्तन कोण होता है।
* उत्तल लेंस में जब बिंब f और 2f के बीच रखा जाता है, तब बना प्रतिबिंब होता है
(a) बड़ा और वास्तविक
* स्पष्टीकरण: उत्तल लेंस में, जब वस्तु को F और 2F के बीच रखा जाता है, तो प्रतिबिंब 2F से परे, वास्तविक, उल्टा और वस्तु से बड़ा बनता है।
* जल में प्रकाश की चाल है?
(a) 3 × 10⁸ m/s (यह सामान्यतः निर्वात में प्रकाश की चाल होती है, जल में यह इससे थोड़ी कम होती है)
* स्पष्टीकरण: विकल्प (a) निर्वात में प्रकाश की चाल है। जल में प्रकाश की चाल लगभग 2.25 \times 10^8 m/s होती है। लेकिन दिए गए विकल्पों में सबसे उपयुक्त विकल्प (a) ही है, क्योंकि यह प्रकाश की चाल की कोटि को दर्शाता है, जबकि अन्य विकल्प गलत हैं।
* अवतल लेंस के सामने अनंत पर रखे बिंब का प्रतिबिंब की स्थिति होती है?
(b) फोकस पर
* स्पष्टीकरण: अवतल लेंस के सामने अनंत पर रखी वस्तु का प्रतिबिंब हमेशा मुख्य फोकस पर, अत्यधिक छोटा और आभासी व सीधा बनता है।
* श्वेत प्रकाश की किरण जब किसी प्रिज्म से होकर गुजरती है, तब जो रंग (वर्ण) सबसे अधिक विचलित होता है, वह है।
(c) बैंगनी
* स्पष्टीकरण: श्वेत प्रकाश के विक्षेपण में, बैंगनी रंग का विचलन सबसे अधिक होता है क्योंकि उसकी तरंगदैर्घ्य सबसे कम होती है, जबकि लाल रंग का विचलन सबसे कम होता है क्योंकि उसकी तरंगदैर्घ्य सबसे अधिक होती है।
मानव नेत्र एवं रंग-बिरंगा संसार
* जरा-दूरदर्शिता से पीड़ित व्यक्तिं का उपचार किस प्रकार के लेंस से किया जाता है?
(b) बाइफोकल
* स्पष्टीकरण: जरा-दूरदर्शिता (Presbyopia) में व्यक्ति को निकट और दूर दोनों वस्तुओं को देखने में कठिनाई होती है। इसका उपचार बाइफोकल लेंस से किया जाता है, जिसमें उत्तल और अवतल दोनों लेंस शामिल होते हैं।
* चन्द्रमा पर खड़े अंतरिक्ष यात्री को आकाश प्रतीत होता है
(d) काला
* स्पष्टीकरण: चंद्रमा पर वायुमंडल नहीं होता है। प्रकाश के प्रकीर्णन के अभाव के कारण अंतरिक्ष यात्री को आकाश काला दिखाई देता है।
* किसी कोलायडी विलयन में निलंबित कणो से प्रकाश के प्रकीर्णंन को कहा जाता है
(c) टिंडल प्रभाव
* स्पष्टीकरण: टिंडल प्रभाव (Tyndall effect) वह परिघटना है जिसमें किसी कोलायडी विलयन में निलंबित कणों द्वारा प्रकाश का प्रकीर्णन होता है, जिससे प्रकाश का मार्ग दृश्यमान हो जाता है।
* आकाश का रंग नीला प्रतीत होता है
(b) प्रकाश के प्रकीर्णन के कारण
* स्पष्टीकरण: वायुमंडल में उपस्थित धूल और अन्य कणों द्वारा नीले प्रकाश का प्रकीर्णन लाल प्रकाश की तुलना में अधिक होता है, यही कारण है कि हमें आकाश नीला दिखाई देता है।
* यदि किसी वस्तु का प्रतिबिम्ब रेटिना के पीछे बनता है, तो वह व्यक्ति किस दृष्टि दोष से पीड़ित है?
(a) दूर-दृष्टि दोष से
* स्पष्टीकरण: दूर-दृष्टि दोष (Hypermetropia) में रेटिना के पीछे प्रतिबिंब बनता है, जिससे व्यक्ति को दूर की वस्तुएं स्पष्ट दिखती हैं लेकिन निकट की वस्तुएं धुंधली दिखती हैं।
* नेत्र गोलक का व्यास लगभग होता है
(a) 2.3 cm
* स्पष्टीकरण: मानव नेत्र गोलक का व्यास लगभग 2.3 सेमी होता है।
* पुतली के साइज को नियंत्रित करने वाला गहरा पेशीय डायफ्राम क्या कहलाता है ?
(a) परितारिका
* स्पष्टीकरण: परितारिका (Iris) एक पेशीय डायफ्राम है जो पुतली (Pupil) के आकार को नियंत्रित करके आँख में प्रवेश करने वाले प्रकाश की मात्रा को नियंत्रित करता है।
* मानव नेत्र दो हैं अतः इनका दृष्टि क्षेत्र होगा
(a) 180°
* स्पष्टीकरण: दोनों आँखों के साथ, मानव का दृष्टि क्षेत्र (field of view) लगभग 180° होता है।
* मृत्यु के पश्चात् कितने घंटे के अंदर नेत्र निकाल लेना चाहिए ?
(b) 4 से 6 घंटे के भीतर
* स्पष्टीकरण: नेत्रदान के लिए मृत्यु के बाद 4 से 6 घंटे के भीतर आँखों को निकाल लेना चाहिए ताकि कॉर्निया को क्षति न पहुंचे।
* पेशियों के शिथिल होने पर अभिनेत्र लेंस की फोकस दूरी लगभग होती है
(b) 2.5 cm
* स्पष्टीकरण: जब मांसपेशियां शिथिल होती हैं, तो अभिनेत्र लेंस पतला हो जाता है और उसकी फोकस दूरी अधिकतम हो जाती है, जो कि लगभग 2.5 सेमी होती है। यह दूर की वस्तुओं को देखने के लिए होती है।
विद्युत
* विभवान्तर का S.I. मात्रक क्या होता है ?
(d) वोल्ट
* स्पष्टीकरण: विभवान्तर (Potential difference) का SI मात्रक वोल्ट (Volt) है।
* विद्युत शक्ति का मात्रक है-
(d) वाट
* स्पष्टीकरण: विद्युत शक्ति (Electric power) का SI मात्रक वाट (Watt) है।
* प्रतिरोध का SI मात्रक क्या है?
(d) ओम
* स्पष्टीकरण: प्रतिरोध (Resistance) का SI मात्रक ओम (Ohm) है।
* आवेश का S.I. मात्रक होता है
(d) कुलम्ब
* स्पष्टीकरण: आवेश (Charge) का SI मात्रक कुलम्ब (Coulomb) है।
* आमीटर को विधुत परिपथ में कैसे जोड़ा जाता है
(a) श्रेणी क्रम
* स्पष्टीकरण: आमीटर (Ammeter) का उपयोग विद्युत धारा मापने के लिए किया जाता है, और इसे हमेशा परिपथ में श्रेणी क्रम (Series connection) में जोड़ा जाता है ताकि इसमें से पूरी धारा प्रवाहित हो सके।
* विभवांतर मापने वाले यंत्र को कहा जाता है?
(b) वोल्टमीटर
* स्पष्टीकरण: विभवांतर (Potential difference) को मापने वाले यंत्र को वोल्टमीटर (Voltmeter) कहा जाता है।
* 1 वोल्ट कहलाता है ?
(b) जूल/कुलम्ब
* स्पष्टीकरण: 1 वोल्ट को 1 जूल प्रति कुलम्ब (1 \text{ J/C}) के रूप में परिभाषित किया जाता है, क्योंकि विभवांतर एकांक आवेश को एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक ले जाने में किए गए कार्य के बराबर होता है।
* मानव शरीर का मास्टर ग्रंथि।
* स्पष्टीकरण: यह प्रश्न अधूरा है और इसमें विकल्प नहीं दिए गए हैं। हालांकि, मानव शरीर की मास्टर ग्रंथि (Master gland) पीयूष ग्रंथि (Pituitary gland) को कहा जाता है, क्योंकि यह अन्य अंतःस्रावी ग्रंथियों के कार्यों को नियंत्रित करती है।
* विधुत प्रवाह की दिशा मानी जाती है
(b) धन टर्मिनल से ऋण टर्मिनल की ओर
* स्पष्टीकरण: पारंपरिक रूप से, विद्युत धारा (Conventional current) की दिशा को धन टर्मिनल से ऋण टर्मिनल की ओर माना जाता है, हालांकि इलेक्ट्रॉन का वास्तविक प्रवाह ऋण से धन की ओर होता है।
रसायन विज्ञान
* निम्नलिखित समीकरण है : H₂ + Cl₂→ 2HCI
(b) एक संयोजन अभिक्रिया
* स्पष्टीकरण: इस अभिक्रिया में दो या दो से अधिक अभिकारक (H₂ और Cl₂) मिलकर एक एकल उत्पाद (2HCl) बनाते हैं, इसलिए यह एक संयोजन अभिक्रिया (Combination reaction) है।
* इलेक्ट्रॉन के स्थानान्तरण से बने यौगिक कहलाते हैं
(b) विधुत संयोजी
* स्पष्टीकरण: इलेक्ट्रॉन के स्थानान्तरण (transfer) से बनने वाले यौगिकों को विद्युत संयोजी यौगिक (Electrovalent compounds) या आयनिक यौगिक (Ionic compounds) कहते हैं।
* रासायनिक अभिक्रिया के दौरान किसी पदार्थ में ऑक्सीजन का योग कहलाता है?
(b) उपचयन
* स्पष्टीकरण: किसी रासायनिक अभिक्रिया में ऑक्सीजन का जुड़ना या हाइड्रोजन का हटना उपचयन (Oxidation) कहलाता है।
* निम्न में कौन सूर्य के प्रकाश में अपघटित हो जाता है?
(d) AgBr
* स्पष्टीकरण: सिल्वर ब्रोमाइड (AgBr) सूर्य के प्रकाश में अपघटित होकर सिल्वर धातु और ब्रोमीन गैस देता है। इस अभिक्रिया का उपयोग फोटोग्राफी में किया जाता था।
* LPG के मुख्य घटक कौन-कौन हैं?
(c) ‘क’ और ‘ख’ दोनों (प्रोपेन(57%) और ब्यूटेन(41%))
* स्पष्टीकरण: द्रवीकृत पेट्रोलियम गैस (LPG) मुख्य रूप से प्रोपेन और ब्यूटेन का मिश्रण होती है। इनकी मात्रा स्रोत और मौसम के अनुसार भिन्न हो सकती है, लेकिन ये दोनों ही मुख्य घटक होते हैं।
* लेड नाइट्रेट चूर्ण को एक परखनली में लेकर गर्म करने पर भूरे रंग का धुआँ उत्सर्जित होता है, यह धुआँ
(b) नाइट्रोजन डाइऑक्साइड का है
* स्पष्टीकरण: लेड नाइट्रेट (Pb(NO_3)_2) को गर्म करने पर वह अपघटित होकर लेड ऑक्साइड (PbO), नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO_2) और ऑक्सीजन गैस देता है। नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO_2) भूरे रंग की गैस होती है।
* मैग्नीशियम रिबन के दहन होने पर किस प्रकृति का लो उत्सर्जित होता है?
(C) श्वेत चमकदार
* स्पष्टीकरण: मैग्नीशियम रिबन को हवा में जलाने पर वह एक चमकदार सफेद लौ के साथ जलता है और सफेद पाउडर, मैग्नीशियम ऑक्साइड (MgO) बनाता है।
* निम्नलिखित में कौन ऑक्सीकारक है?
(D) O2
* स्पष्टीकरण: ऑक्सीकारक (Oxidizing agent) वह पदार्थ होता है जो दूसरे पदार्थों का ऑक्सीकरण करता है और स्वयं अपचयित होता है। ऑक्सीजन (O_2) एक प्रबल ऑक्सीकारक है।
* समीकरण 2Cu + O2 → 2CuO किस प्रकार की अभिक्रिया है?
(B) ऑक्सीकरण
* स्पष्टीकरण: इस अभिक्रिया में कॉपर (Cu) ऑक्सीजन (O_2) के साथ संयोग करके कॉपर ऑक्साइड (CuO) बनाता है। ऑक्सीजन का जुड़ना ऑक्सीकरण (Oxidation) कहलाता है।
* चाँदी के संरक्षारण के फलस्वरूप उसपर किस रंग की परत बनती
(C) काली
* स्पष्टीकरण: चाँदी हवा में मौजूद हाइड्रोजन सल्फाइड (H_2S) के साथ अभिक्रिया करके सिल्वर सल्फाइड (Ag_2S) की एक काली परत बनाती है, जिसे चाँदी का संक्षारण या धूमिल होना कहते हैं।
* निम्न में कौन अवकारक है?
(A) H2
* स्पष्टीकरण: अवकारक (Reducing agent) वह पदार्थ होता है जो दूसरे पदार्थों को अपचयित करता है और स्वयं ऑक्सीकृत होता है। हाइड्रोजन (H_2) एक सामान्य अवकारक है। (विकल्प (D) H2S भी एक अवकारक है, लेकिन H2 अधिक सामान्य और प्रबल अवकारक है)।
* निम्नलिखित में कौन ऑक्सीकारक है?
(C) H2S
* स्पष्टीकरण: हाइड्रोजन सल्फाइड (H_2S) कुछ अभिक्रियाओं में ऑक्सीकारक के रूप में कार्य कर सकता है, जहाँ यह ऑक्सीजन का दान करता है। (हालाँकि, विकल्प (D) CaCl2 ऑक्सीकारक नहीं है, और H2 व CO अवकारक हैं)। दिए गए विकल्पों में, H2S ऑक्सीकारक या अवकारक दोनों हो सकता है, लेकिन यह ऑक्सीकारक की भूमिका निभा सकता है, खासकर जब यह ऑक्सीजन दान करता है।
* अधात्विक ऑक्साइड को कहते हैं
(C) अम्लीय ऑक्साइड
* स्पष्टीकरण: अधातुओं के ऑक्साइड सामान्यतः अम्लीय (Acidic) प्रकृति के होते हैं या उदासीन होते हैं। ये जल में घुलकर अम्ल बनाते हैं।
* एसीटिक अम्ल का तनु विलयन के बारे में कौन सा अवलोकन सत्य है ?
(A) यह सिरका सी गंध देता हैं
* स्पष्टीकरण: एसीटिक अम्ल (Acetic acid) का तनु विलयन सिरका (Vinegar) कहलाता है, और इसकी एक विशिष्ट सिरके जैसी गंध होती है।
* एल्कोहॉल में उबली पत्ती पर आयोडीन विलयन की कुछ बूंद 14 डालने पर पत्ती का रंग हो जाता है
(C) नीला-काला
* स्पष्टीकरण: पत्ती में स्टार्च की उपस्थिति की जांच के लिए आयोडीन परीक्षण किया जाता है। स्टार्च आयोडीन के संपर्क में आने पर नीला-काला रंग देता है। पत्ती को अल्कोहल में उबालने से क्लोरोफिल हट जाता है।
* किसी भी उदासीन विलयन का pH होता है।
(B) 7
* स्पष्टीकरण: उदासीन विलयन (Neutral solution) का pH मान 7 होता है। 7 से कम अम्लीय और 7 से अधिक क्षारीय होता है।
* निम्नांकित में कौन प्राकृतिक सूचक है ?
(A) हल्दी
* स्पष्टीकरण: हल्दी (Turmeric) एक प्राकृतिक सूचक (Natural indicator) है, जो अम्लीय माध्यम में पीली रहती है और क्षारीय माध्यम में लाल हो जाती है। मेथिल ऑरेंज और फेनॉलफ्थैलीन कृत्रिम सूचक हैं।
* बेकिंग सोडा का रासायनिक सूत्र है।
(A) NaHCO3
* स्पष्टीकरण: बेकिंग सोडा (Baking soda) का रासायनिक नाम सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट या सोडियम बाइकार्बोनेट है, और इसका सूत्र NaHCO_3 है।
* चीनी का रासायनिक सूत्र क्या है ?
(C) C12H22O11
* स्पष्टीकरण: चीनी, जिसे सुक्रोज (Sucrose) भी कहते हैं, का रासायनिक सूत्र C_{12}H_{22}O_{11} है।
* निम्नलिखित में कौन-सा बुझा हुआ चूना है :
(B) Ca(OH)₂
* स्पष्टीकरण: बुझा हुआ चूना (Slaked lime) कैल्शियम हाइड्रॉक्साइड है, जिसका रासायनिक सूत्र Ca(OH)_2 है। CaO बिना बुझा चूना है।
* प्रबल अम्ल के जलीय विलयन में किसका आधिक्य होता है
(A) H+ आयनों का
* स्पष्टीकरण: प्रबल अम्ल (Strong acid) जल में पूरी तरह से आयनित होकर बड़ी संख्या में हाइड्रोजन आयन (H^+ आयन) या हाइड्रोनियम आयन (H_3O^+ आयन) उत्पन्न करते हैं।
* निम्न में से कौन-सा उपधातु है ?
(C) Ge
* स्पष्टीकरण: जर्मेनियम (Ge) एक उपधातु (Metalloid) है, जिसमें धातु और अधातु दोनों के गुण पाए जाते हैं। Zn (जिंक) और Ca (कैल्शियम) धातु हैं, जबकि C (कार्बन) अधातु है।
* सीसा और टीन की मिश्रधातु को कहते हैं ?
(A) सोल्डर
* स्पष्टीकरण: सोल्डर (Solder) सीसा (Lead) और टिन (Tin) की एक मिश्रधातु है, जिसका उपयोग धातुओं को जोड़ने के लिए किया जाता है।
* कार्बन क्या है ?
(B) अधातु
* स्पष्टीकरण: कार्बन (Carbon) एक अधातु (Non-metal) है।
* किस रासायनिक यौगिक को गर्म करने पर ‘प्लास्टर ऑफ पेरिस’ प्राप्त किया जा सकता है?
(B) जिप्सम
* स्पष्टीकरण: जिप्सम (CaSO_4 \cdot 2H_2O) को लगभग 100^\circ C पर गर्म करने पर प्लास्टर ऑफ पेरिस (CaSO_4 \cdot \frac{1}{2}H_2O) प्राप्त होता है।
* क्रायोलाइट किस धातु का अयस्क है ?
(C) ऐल्युमिनियम
* स्पष्टीकरण: क्रायोलाइट (Na_3AlF_6) एल्युमिनियम (Aluminium) का एक महत्वपूर्ण अयस्क है और इसका उपयोग एल्युमिनियम के निष्कर्षण में किया जाता है।
* स्टेनलेस स्टील में लोहा एवं कार्बन के अलावे अन्य तत्त्व रहते हैं
(C) निकेल एवं क्रोमियम
* स्पष्टीकरण: स्टेनलेस स्टील (Stainless steel) लोहा, कार्बन, निकेल और क्रोमियम की मिश्रधातु है। क्रोमियम इसे जंग लगने से बचाता है।
* निम्नलिखित में से किस धातु को पानी से काटा जा सकता है?
(B) सोडियम
* स्पष्टीकरण: सोडियम (Sodium) एक बहुत ही नरम धातु है जिसे चाकू से आसानी से काटा जा सकता है। यह पानी से नहीं, बल्कि चाकू से काटा जाता है। (सवाल में "पानी से" गलती से लिखा गया होगा, इसे "चाकू से" समझा जाना चाहिए क्योंकि सोडियम पानी के साथ हिंसक प्रतिक्रिया करता है)।
जीव विज्ञान
* मनुष्य के शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि है-
(A) लीवर
* स्पष्टीकरण: लीवर (यकृत) मानव शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि है।
* मानव में डायलिसिस थैली है
(A) नेफ्रॉन
* स्पष्टीकरण: नेफ्रॉन (Nephron) वृक्क (किडनी) की कार्यात्मक इकाई है, जो रक्त के शुद्धिकरण या डायलिसिस का कार्य करती है।
* पत्तियों का मुरझाना किस पादप हामोन के कारण सम्भव हो
(C) एब्सिसिक अम्ल
* स्पष्टीकरण: एब्सिसिक अम्ल (Abscisic acid - ABA) एक पादप हार्मोन है जो पौधों में वृद्धि को रोकता है और तनाव की स्थितियों, जैसे पानी की कमी, में पत्तियों के मुरझाने (विल्टिंग) और पत्तियों के झड़ने को प्रेरित करता है।
* जड़ की अधोगामी वृद्धि है :
(B) गुरुत्वानुवर्तन
* स्पष्टीकरण: जड़ का पृथ्वी की ओर नीचे की दिशा में बढ़ना गुरुत्वानुवर्तन (Gravitropism) कहलाता है, क्योंकि यह गुरुत्वाकर्षण बल की दिशा में होता है।
* आयोडीन की कमी से कौन-सा रोग होता है ?
(A) घेघा
* स्पष्टीकरण: आयोडीन की कमी से थायरॉयड ग्रंथि में सूजन आ जाती है, जिससे घेघा (Goiter) रोग होता है।
* इंसुलिन की कमी के कारण कौन-सा रोग होता है
(D) मधुमेह
* स्पष्टीकरण: इंसुलिन हार्मोन की कमी या इसकी अप्रभावीता के कारण रक्त में शर्करा का स्तर बढ़ जाता है, जिससे मधुमेह (Diabetes mellitus) रोग होता है।
* इनमें से कौन अंत: स्रावी ग्रंथी नहीं है ?
(D) यकृत
* स्पष्टीकरण: यकृत (Liver) एक बहिःस्रावी ग्रंथि (Exocrine gland) है जो पित्त का उत्पादन करती है, हालांकि इसके कुछ अंतःस्रावी कार्य भी होते हैं। पिट्यूटरी, थायरॉयड और वृषण अंतःस्रावी ग्रंथियां हैं।
* किसे रासायनिक दूत कहा जाता है ?
(C) हार्मोन
* स्पष्टीकरण: हार्मोन (Hormones) शरीर के विभिन्न हिस्सों में संदेश ले जाने वाले रासायनिक दूत (Chemical messengers) होते हैं, जो विभिन्न शारीरिक कार्यों को नियंत्रित करते हैं।
* शरीर का संतुलन बनाए रखता है
(A) सेरीबेलम
* स्पष्टीकरण: सेरीबेलम (Cerebellum), जिसे अनुमस्तिष्क भी कहते हैं, मस्तिष्क का वह भाग है जो शरीर के संतुलन, मुद्रा और ऐच्छिक गतिविधियों के समन्वय को नियंत्रित करता है।
* पौधों और पशुओं की कोशिकाओं का वैज्ञानिक अध्ययन क्या कहलाता है ?
(B) कोशिका विज्ञान
* स्पष्टीकरण: कोशिकाओं के वैज्ञानिक अध्ययन को कोशिका विज्ञान (Cytology) या कोशिका जीव विज्ञान (Cell Biology) कहते हैं।
* श्वसन क्रिया के दौरान कितनी प्रतिशत ऊर्जा ताप के रूप में निष्काषित होती है ?
(A) 20%
* स्पष्टीकरण: श्वसन क्रिया के दौरान उत्पन्न ऊर्जा का लगभग 20% भाग ताप के रूप में मुक्त होता है, जबकि शेष ATP के रूप में संचित होता है।
* मनुष्य में वृक्क एक तंत्र का भाग है जो संबंधित है
(C) उत्सर्जन
* स्पष्टीकरण: वृक्क (Kidney) मानव शरीर में उत्सर्जन तंत्र (Excretory system) का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो रक्त से अपशिष्ट पदार्थों को छानकर मूत्र के रूप में बाहर निकालता है।
* कोशिका झिल्ली किस प्रकार की झिल्ली है ?
(C) अर्द्धपारगम्य
* स्पष्टीकरण: कोशिका झिल्ली (Cell membrane) एक अर्द्धपारगम्य झिल्ली (Semi-permeable membrane) होती है, जो कुछ पदार्थों को ही अपने आर-पार जाने देती है।
* पौधों में गैसों के निष्कासन के लिए किस क्रिया का उपयोग होता है ?
(B) विसरण
* स्पष्टीकरण: पौधों में गैसों (ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड) का आदान-प्रदान और निष्कासन मुख्य रूप से विसरण (Diffusion) की प्रक्रिया द्वारा होता है, विशेषकर पत्तियों में स्टोमेटा के माध्यम से।
* रेजिन एवं गोंद कहाँ संचित रहता है ?
(D) पुराने जाइलम में
* स्पष्टीकरण: रेजिन (Resins) और गोंद (Gums) जैसे उत्सर्जी उत्पाद पौधों के पुराने जाइलम (Old xylem) में संचित होते हैं, जो अब जल संवहन में सक्रिय नहीं होता।
* इथाइल अल्कोहल किस प्रकार के श्वसन में बनता है ?
(B) अवायवीय
* स्पष्टीकरण: अवायवीय श्वसन (Anaerobic respiration) में, ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में ग्लूकोज का अपूर्ण विखंडन होता है, जिसके परिणामस्वरूप इथाइल अल्कोहल और कार्बन डाइऑक्साइड का निर्माण होता है (उदाहरण: यीस्ट में किण्वन)।
* कुटपाद किसमें पाया जाता है ?
(C) अमीबा में
* स्पष्टीकरण: अमीबा (Amoeba) में कुटपाद (Pseudopodia) पाए जाते हैं, जिनका उपयोग वह गति और भोजन ग्रहण करने के लिए करता है।
* मानव हृदय का औसत प्रकुंचन दाब है, लगभग
(A) 120 mm Hg
* स्पष्टीकरण: मानव हृदय का औसत प्रकुंचन दाब (Systolic pressure) लगभग 120 mm Hg होता है, जबकि अनुशिथिलन दाब (Diastolic pressure) लगभग 80 mm Hg होता है।
* पायरुवेट के विखंडन से यह कार्बन डाइऑक्साइड, जल तथा ऊर्जा देता है और यह क्रिया होती है ?
(B) माइटोकॉन्ड्रिया
* स्पष्टीकरण: वायवीय श्वसन में, पायरुवेट का पूर्ण विखंडन माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondria) में होता है, जिससे कार्बन डाइऑक्साइड, जल और बड़ी मात्रा में ऊर्जा (ATP) उत्पन्न होती है।
* युरिया रक्त में कहाँ से प्रवेश करती है ?
(B) यकृत से
* स्पष्टीकरण: यूरिया का निर्माण यकृत (Liver) में अमोनिया से होता है (यूरिया चक्र)। यह यकृत से रक्त में प्रवेश करती है और फिर वृक्क द्वारा फिल्टर की जाती है।
* रक्त में हल्के पीले रंग के चिपचिपे द्रव को कहते हैं
(A) प्लाज्मा
* स्पष्टीकरण: रक्त का तरल मैट्रिक्स भाग, जो हल्के पीले रंग का और चिपचिपा होता है, प्लाज्मा (Plasma) कहलाता है। इसमें 90% जल होता है।
* पौधों में श्वसन क्रिया के अन्तर्गत ADP के टूटने से कितनी ऊर्जा मुक्त होती है ?
(A) 30.5 kJ/mol
* स्पष्टीकरण: जब ADP (एडेनोसिन डाइफॉस्फेट) में एक फॉस्फेट समूह जुड़कर ATP (एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट) बनता है या ATP टूटकर ADP बनाता है, तो लगभग 30.5 kJ/mol ऊर्जा मुक्त होती है, जिसे जैविक प्रक्रियाओं के लिए उपयोग किया जाता है।
* फलों को पकाने
वाला हार्मोन है।
(D) एथेलिन
* स्पष्टीकरण: एथिलिन (Ethylene) एक गैसीय पादप हार्मोन है जो फलों के पकने (ripening) की प्रक्रिया को नियंत्रित करता है।
यदि कोई doubt हो तो नीचे comment कर सकते हैं।
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